भारत को विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफ.डी.आइ.) की ज़रूरत
बात को ध्यान से पढ़ना और समझ आया तो औरो को भी पढ़ाना.
जब हिलेरी क्लिंटन भारत आई और बंगाल पहुँच के दीदी को समझा रही थी की रीटेल मे एफ.डी.आइ. भारत की ज़रूरत है. तो मुझे लगता है के दीदी को सोच समझ के उसी वक़्त ये जवाब देना था के भारत को एफ.डी.आइ. की नही एफ.डी.आइ. को भारत की ज़रूरत है.
नही तो हमारे लोगों के पास पैसे की कमी है क्या?
अगर हमारी सरकार बाहर के लोगो के आगे हाथ जोड़ सकती है तो क्या वो अपने लोगो से सिर्फ़ दरख़्वास्त भी नही कर सकती.
मगर ये सियासतदार लोग जानते है के हमारे उद्योगपतिओ का पैसा देश के हित के लिए नही है.
वो तो इनके चुनावी अभियानो के लिए सुरक्षित है.
बड़े बड़े उद्योगपतिओ को डरा धमका कर उनसे पैसा ले लिया जाता है ताकि वो चाह कर भी देश हित मे कुछ ना कर सके.
और एक बात कह दूँ जो आप सब लोग जानते भी है, "भारत ग़रीब देश है लेकिन भारतीय ग़रीब नही है".
दुनिया मे १९६ देश है. उन १९६ देशो मे से जब १०० सबसे अमीर लोगो को चुना जाता है तो 5 भारतीयों का भी नाम आता है.
तो अब आप समझ ही जाइए कि भारत ग़रीब देश है लेकिन भारतीय ग़रीब नही है.
और जिस दिन इस भारतीय की मानसिकता 'मैं' से "हम" पर आ गयी उस दिन देखना होगा के कौन सा पाकिस्तान हम पर आतंकी हमले करवा पाता है, कौन सा अमेरिका हम पर दबाव बना पाता है और कौन सा चीन हम से आगे निकल पाता है.
और अब देखना ये होगा के कौन कौन सा बंदा यहाँ पे इतना समझदार है की इस बात को सब तक पहुँचा पाता है.
जय इंसान
जय हिन्दुस्तान!!
बात को ध्यान से पढ़ना और समझ आया तो औरो को भी पढ़ाना.
जब हिलेरी क्लिंटन भारत आई और बंगाल पहुँच के दीदी को समझा रही थी की रीटेल मे एफ.डी.आइ. भारत की ज़रूरत है. तो मुझे लगता है के दीदी को सोच समझ के उसी वक़्त ये जवाब देना था के भारत को एफ.डी.आइ. की नही एफ.डी.आइ. को भारत की ज़रूरत है.
नही तो हमारे लोगों के पास पैसे की कमी है क्या?
अगर हमारी सरकार बाहर के लोगो के आगे हाथ जोड़ सकती है तो क्या वो अपने लोगो से सिर्फ़ दरख़्वास्त भी नही कर सकती.
मगर ये सियासतदार लोग जानते है के हमारे उद्योगपतिओ का पैसा देश के हित के लिए नही है.
वो तो इनके चुनावी अभियानो के लिए सुरक्षित है.
बड़े बड़े उद्योगपतिओ को डरा धमका कर उनसे पैसा ले लिया जाता है ताकि वो चाह कर भी देश हित मे कुछ ना कर सके.
और एक बात कह दूँ जो आप सब लोग जानते भी है, "भारत ग़रीब देश है लेकिन भारतीय ग़रीब नही है".
दुनिया मे १९६ देश है. उन १९६ देशो मे से जब १०० सबसे अमीर लोगो को चुना जाता है तो 5 भारतीयों का भी नाम आता है.
तो अब आप समझ ही जाइए कि भारत ग़रीब देश है लेकिन भारतीय ग़रीब नही है.
और जिस दिन इस भारतीय की मानसिकता 'मैं' से "हम" पर आ गयी उस दिन देखना होगा के कौन सा पाकिस्तान हम पर आतंकी हमले करवा पाता है, कौन सा अमेरिका हम पर दबाव बना पाता है और कौन सा चीन हम से आगे निकल पाता है.
और अब देखना ये होगा के कौन कौन सा बंदा यहाँ पे इतना समझदार है की इस बात को सब तक पहुँचा पाता है.
जय इंसान
जय हिन्दुस्तान!!
1 comment:
Thanks for informing everybody about the intention of Foreigner to put pressure on India for permitting FDI in Retail!!!
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