माँ भारती तू जब बुलाएगी, हम तेरे पास चले आएँगे
सांस रहेगी जब तक सांस मे, वन्दे मातरम गाएँगे
ख्वाहिश मन मे बस चली है, पूर्ण स्वराज भी पाएँगे
इन बेईमानी के पुतलो से, अपना वतन बचाएंगे
सांस रहेगी जब तक सांस मे, वन्दे मातरम गाएँगे
ख्वाहिश मन मे बस चली है, पूर्ण स्वराज भी पाएँगे
इन बेईमानी के पुतलो से, अपना वतन बचाएंगे
नहीं मानेंगे वो अगर तो, लाठी डंडा खाएँगे
तेरी खातिर ए वतन, हम जेल तलक भी जाएँगे
वक़्त आने दे ओ आसमाँ, तुझको भी बतलाएँगे
आज़ादी की आतिशी से, आसमाँ चमकाएंगे
जो भी है वो तेरा ही है, तुझको ही दे जाएँगे
दिल तो दे चुके हैं तुझको, अब ये जाँ भी लुटाएँगे
भगत सिंघ के सपने सच हो, ऐसा देश बनाएँगे
आसमाँ मे सबसे उँचा, अपना तिरंगा फेहराएँगे,
शहीदो की मज़ारो पर, हम दिए जलाएँगे
फक्र उनको भी हो हम पर, ऐसा कर दिखलाएँगे
माँ भारती तू जब बुलाएगी, हम तेरे पास चले आएँगे
सांस रहेगी जब तक सांस मे, वन्दे मातरम गाएँगे
तेरी खातिर ए वतन, हम जेल तलक भी जाएँगे
वक़्त आने दे ओ आसमाँ, तुझको भी बतलाएँगे
आज़ादी की आतिशी से, आसमाँ चमकाएंगे
जो भी है वो तेरा ही है, तुझको ही दे जाएँगे
दिल तो दे चुके हैं तुझको, अब ये जाँ भी लुटाएँगे
भगत सिंघ के सपने सच हो, ऐसा देश बनाएँगे
आसमाँ मे सबसे उँचा, अपना तिरंगा फेहराएँगे,
शहीदो की मज़ारो पर, हम दिए जलाएँगे
फक्र उनको भी हो हम पर, ऐसा कर दिखलाएँगे
माँ भारती तू जब बुलाएगी, हम तेरे पास चले आएँगे
सांस रहेगी जब तक सांस मे, वन्दे मातरम गाएँगे
No comments:
Post a Comment
आपका धन्यवाद