भारत के नियंत्रक-महालेखापरीक्षक विनोद राय जी के नाम हमारा खुला पत्र:
प्रिय विनोद राय जी,
सप्रेम नमस्कार,
इस पत्र को लिखने के पीछे मेरा उद्देश्य आपको बधाई देना तथा आभार प्रकट करना है कि आपने हमारे देश का जो अनमोल ख़ज़ाना हमारे प्रधान मंत्री
प्रिय विनोद राय जी,
सप्रेम नमस्कार,
इस पत्र को लिखने के पीछे मेरा उद्देश्य आपको बधाई देना तथा आभार प्रकट करना है कि आपने हमारे देश का जो अनमोल ख़ज़ाना हमारे प्रधान मंत्री
की वजह से लुट गया है, उसकी जानकारी आपने हम सभी देशवासीओ को देकर हमे ये सोचने पर मजबूर किया कि क्या हमे कुछ करने की ज़रूरत है या नही.
सनदी लेखाकार व्यवसाय से जुड़ा होने के नाते मेरी ज़िम्मेदारियाँ अपने देश की तरफ बढ़ जाती है, और जिस तरह से आपने अपनी ज़िम्मेदारियाँ निभाई है, सत्यमेव जयते का नारा बुलंद करते हुए, मैं उम्मीद करता हूँ के जैसे ही मैं सनदी लेखाकार बन जाऊँगा, मैं भी आपके दिखाए इस मार्ग पर चल सकूँगा.
तब तक के लिए हमारे व्यवसाय से जुड़े सभी भाइयों और बहनो की तरफ से आप हमारा प्रणाम कबूल कीजिए.
जय हिन्दुस्तान
आपका आभारी
निपुण सिकरी
सनदी लेखाकार व्यवसाय से जुड़ा होने के नाते मेरी ज़िम्मेदारियाँ अपने देश की तरफ बढ़ जाती है, और जिस तरह से आपने अपनी ज़िम्मेदारियाँ निभाई है, सत्यमेव जयते का नारा बुलंद करते हुए, मैं उम्मीद करता हूँ के जैसे ही मैं सनदी लेखाकार बन जाऊँगा, मैं भी आपके दिखाए इस मार्ग पर चल सकूँगा.
तब तक के लिए हमारे व्यवसाय से जुड़े सभी भाइयों और बहनो की तरफ से आप हमारा प्रणाम कबूल कीजिए.
जय हिन्दुस्तान
आपका आभारी
निपुण सिकरी
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आपका धन्यवाद