दोस्तों, सल्लू मियाँ के विकलांग घोटाले पर बनाया गया आपका नवीनतम हास्य व्यंग. पढ़िए, देखिए, हँसिए और बांटिए.
आम आम आम आम आम आम आम आम आम आदमी का
खून पी जाए वो है सल्लू
विक विक विक विक विक विक विक विक विक
विकलांगो का पैसा खाए वो है छुई मुई
अरे ट्रस्ट बनाई के, क़ानून
बताई के, लूट लेहो इंडिया को ठेंगा दिखाई के
क़ानून के मंत्री है, भ्रशटों
के संतरी है, इनके राज मे देखो प्रजा की ना कोई तंत्री है
आम आम आम आम आम आम आम आम आम आदमी का
खून पी जाए वो है सल्लू
विक विक विक विक विक विक विक विक विक
विकलांगो का पैसा खाए वो है छुई मुई
सल्लू और छुई मुई, सल्लू
और छुई मुई, इन दोनो की जोड़ी भ्रष्ट है, देती
दुनिया को ये कष्ट है ओ हो, ओ हो
सल्लू और छुई मुई, सल्लू
और छुई मुई, इन दोनो की जोड़ी भ्रष्ट है, देती
दुनिया को ये कष्ट है ओ हो, ओ हो
चली रे चली रे, लूटने की है
बीमारी, सारे नेताओ को प्यारी यारी, जहाँ भी लूट होगी, कांग्रेस्स
भाजपा की भागेदारी
आम आम आम आम आम आम आम आम आम आदमी का
खून पी जाए वो है सल्लू
विक विक विक विक विक विक विक विक विक
विकलांगो का पैसा खाए वो है छुई मुई
हो लूटने के मज़े बड़े, मज़े
बड़े, चम्चे कतारो मे खड़े, देखो खड़े
देखो कहीं विकलांगो को बेच खाए,
दोनो
यही, अपने घर मे जशन मनाए,
और फिर तो ये तुमपर ही ना केस चलाए,
बच के
रहना
आम आम आम आम आम आम आम आम आम आदमी का
खून पी जाए वो है सल्लू
विक विक विक विक विक विक विक विक विक
विकलांगो का पैसा खाए वो है छुई मुई
सल्लू और छुई मुई, सल्लू
और छुई मुई, इन दोनो की जोड़ी भ्रष्ट है, देती
दुनिया को ये कष्ट है ओ हो, ओ हो
सल्लू और छुई मुई, सल्लू
और छुई मुई, इन दोनो की जोड़ी भ्रष्ट है, देती
दुनिया को ये कष्ट है ओ हो, ओ हो
हो तुमको गटर का कहें, गटर
का कहें, इनकी चोरी पे चुप ना रहे गर तुम चुप ना रहे,
जाने कहा लेके जायें इतना पैसा,
दोनो
यहाँ, खाते खाते खाते जायें, अब हम इनको अपनी भी औकात बताए, एक
का इस्तीफ़ा और दूसरे को जैल कराए, और इन्हे बताए हम क्या है
हम है आम आदमी, हम है आम आदमी,
हम
जो चाहे कर दिखाएँ, तुम्हे तुम्हारी औकात बतायें, ओ
हो, ओ, हो
सौजन्य से : गीत 'बंटी और बबली', पिक्चर 'बंटी और बबली'
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